अजीत नारायण सिंह (वाराणसी)।। दिनांक 06 नवम्बर, 2017 को श्री अतुल निगम, प्रबन्ध निदेशक, पूर्वान्चल विद्युत वितरण निगम ने बताया कि पूर्वान्चल के 21 जनपदो के समस्त अवर अभियन्ता (वर्कशाप)/सहायक अभियन्ता (वर्कशाप)/अधिशासी अभियन्ता (वर्कशाप) एवं अधीक्षण अभियन्ता (वर्कशाप मण्डल) एवं अधीक्षण अभियन्ता (विद्युत भण्डार) की समीक्षा बैठक हार्इडिल कालोनी, वाराणसी के सभागार मे की गयी, जिसमे मरम्मतशुदा परिवर्तको के उपलब्धता एवं गुणवत्ता जैसे महत्वपूर्ण बिन्दुओ पर समीक्षा बैठक की।
बैठक में समस्त सम्बन्धित वर्कशाप के अधिकारियो व अवर अभियन्ता को निर्देशित किया गया कि उनके अधीनस्थ क्षतिग्रस्त परिवर्तक को बदलने हेतु प्रयुक्त वाहन की उपलब्धता के साथ-साथ उसकी ट्रेकिंग भी अवर अभियन्ता व सहायक अभियन्ता के द्वारा किया जाये एवं वाहन का रिकार्ड भी रखा जाये कि वाहन कब कार्यशाला से गया है और कब वापस आया तथा अवर अभियन्ता व सहायक अभियन्ता इस कार्य पर अपना प्रभावी नियन्त्रण अवश्य रखेगे। परिवर्तको के गुणवत्ता एवं परीक्षण पर विशेष ध्यान देने हेतु निर्देशित किया एवं यह स्पष्ट निर्देश दिया गया कि मरम्मतशुदा परिवर्तको का शत-प्रतिशत परीक्षण किया जाये। यह भी सुनिश्चित किया जाये कि अवर अभियन्ता द्वारा जो मरम्मतशुदा परिवर्तक क्षेत्र में निर्गत किये गये है उनके विरूद्व समस्त क्षतिग्रस्त परिवर्तक वापस हो कर कार्यशाला में आ जाये, इस कार्य के लिए अवर अभियन्ता व सहायक अभियन्ता (कार्यशाला) उत्तरदायी होगे। प्रबन्ध निदेशक द्वारा यह भी कहा गया कि कार्यशाला में कार्यरत अवर अभियन्ता व सहायक अभियन्ता सीधे उपभोक्ताओ के सम्पर्क में रहते है, अत: उनके द्वारा अपने कार्यप्राणली में गुणात्मक सुधार लाते हुए उपभोक्तओ की शिकायतों का त्वरित एवं समय सीमा के अन्तर्गत निस्तारण करे एवं उपभोक्ताओ से व्यवहार पूर्णरूप से संतोषजनक रखे, जिससे विभाग की छबि अच्छी बने। प्रबन्ध निदेशक द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के क्षतिग्रस्त परिर्वतको को शासन द्वारा निर्धारित 48 घण्टे व शहरी क्षेत्र में 24 घण्टे के अन्दर अवश्य बदला जाये इसके लिए अवर अभियन्ता व सहायक अभियन्ता जिम्मेदार होगे।
बैठक में कार्यशाला में मरम्मत कार्य सुचारू रूप से चलता रहे इसके लिए आने वाली कठिनार्इयो को देखते हुए कौशाम्बी, फतेहपुर, जौनपुर, सोनभ्रद, एवं महराजगंज में आवश्यक सिविल कार्य हेतु निर्देशित किया गया। वर्तमान में पर्याप्त संख्या में नये व मरम्मतशुदा परिर्वतक उपलब्ध है जो परिवर्तक ओवरलोडेड है उनकी क्षमता वृद्वि एक माह में करने हेतु निर्देशित किया गया जिससे आगामी आने वाले शीत लहरी एवं गर्मी में अधिक लोड आने पर ट्रांसफार्मर को क्षतिग्रस्त होने से रोका जा सके।
बैठक में प्रमुखरुप से सुरेश चन्द्र भारती निदेशक (तकनीकी) ए0आर0 वर्मा (स्टाफ अधिकारी), प्रदीप कक्कड़ अधीक्षण अभियन्ता (कार्यशाला), आर0बी0 राज, अधीक्षण अभियन्ता (भण्डार), एस0के0 भारती, अधीक्षण अभियन्ता (सामग्री प्रबन्ध) बी0डी0 सिंह, अधिशासी अभियन्ता (कार्यशाला-वाराणसी) एम0के0 गौड़, अधिशासी अभियन्ता (कार्यशाला-गोरखपुर), रवि शंकर गुप्ता, अधिशासी अभियन्ता (कार्यशाला-बस्ती), ए0के0 सिंह, अधिशासी अभियन्ता (कार्यशाला-आजमगढ़), मनोज यादव, (कार्यशाला- मिर्जापुर) जयशंकर राय, अधिशास अभियन्ता (कार्यशाला), इलाहाबाद, अधिशासी अभियन्ता (डिस्काम मुख्यालय), राकेश सिन्हा, अधिकृत प्रवक्ता (प्रबन्ध निदेशक), व अन्य सहायक अभियन्ता/अवर अभियन्ता उपस्थित थे।