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जिलाधिकारी के नाम थानाध्यक्ष को ज्ञापन सौंपते पत्रकार |
- मामला क्षेत्र में अमरबेल की तरह फैले कोयला के गोरखधंधे से जुड़ा है।
- आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है।
- आम जनता प्रशासन के तरफ देख रही है यह जानने के लिए आखिर इस मामले में साच क्या है ?
दरअसल विगत दिनों पहले पत्रकारों को यह सूचना मिली थी भाजपा के शक्तिनगर मण्डल अध्यक्ष व उनके सहयोगियों द्वारा कोयले की गाड़ियों से वसूली की जा रही है। पत्रकार मनोज कुमार सोनी व अन्य पत्रकार इस खबर को कवर करने के लिए उक्त जगह पर पहुंच गये। पत्रकारों ने ड्राइवर से बातचीत की व ट्रक संचालकों से बात की तो उन्होंने बताया कि अचानक नशे मे धुत कुछ लोग आए और ड्राइवर से जबरन पैसे की मांग करने लगे और गाली गलौज भी कर रहे थे। देखते ही देखते गाड़ीयों की लाइन लग गयी और पुलिस के हस्तक्षेप के बाद जाम हटा।
इसी खबर को पत्रकारों ने प्रकाशित किया। इसके बाद मनोज कुमार सोनी को तथाकथित लोगों द्वारा धमकियां मिलने लगीं। सोशल मीडिया पर पत्रकार के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की जा रही है व बाजार मे पत्रकार के खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है और जान से मारने की धमकी दी जा रही है। नेताओं द्वारा दिये जा रहे धमकियों से पत्रकारों मे भय का माहौल है। इसीलिए पत्रकारों ने सुरक्षा की मांग करते हुए जिलाधिकारी के नाम का ज्ञापन शक्तिनगर थानाध्यक्ष को सौंपा।
शक्तिनगर थानाध्यक्ष ने कहा कि पत्रकारों के साथ इस दुर्व्यवहार को बिलकुल बर्दाश्त नही किया जाएगा। इस मामले की जांच की जाएगी और जो भी दोषी होगा उस पर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी फिर चाहे वो सत्ताधारी पार्टी का नेता हो या कोई भी। आम नागरिकों की सुरक्षा पुलिस का परम कर्तव्य है।
इस दौरान वरिष्ठ पत्रकार वली अहमद सिद्दीकी ने कहा कि पत्रकार उत्पीड़न को किसी भी हाल मे बर्दाश्त नही किया जाएगा। इसके लिए हम सभी पत्रकारों को एक होकर लड़ना पड़ेगा।पुलिस को ज्ञापन देने के दौरान ज्ञापन सौंपते समय वरिष्ठ पत्रकार वली अहमद सिद्धिकी , मनोज श्रीवास्तव, अशोक गोयल, रोशन शर्मा ,सुभाष महतो, चंदन दुबे, रुपेश यादव, गजेंद्र गुप्ता, राजेश पांडे, उमेश सागर, प्रवीण पटेल, सुशील तिवारी, वेद प्रकाश मिश्रा, राजेश जायसवाल, मनोज सोनी व अन्य पत्रकार मौजूद रहे।