- कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रदेश के नेताओ से मुद्दे की जांच के लिए कहा।
- म्योरपुर थाना के लीलासी में वन भूमि पर कब्जा के आरोप में सुकलो ,और किस्मतिया सहित दो दर्जन लोगों पर हुई है कारवाई।
नौशाद अन्सारी
ब्यूरो, सोनभद्र, उर्जान्चल टाइगर
विशेष रिपोर्ट।। म्योरपुर थाना के लीलासी ग्राम पंचायत स्थित वन भूमि पर कब्जा और तत्कालीन थानाध्यक्ष के साथ मारपीट के बाद दो दर्जन लोगों पर कारवाईऔर दो आदिवासी महिलाओं की गिरफ्तारी का मुद्दा घटना के पौने दो माह बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के ट्वीट के बाद गर्म हो गयी।जिसमे उन्होंने कहा है कि सुकलो और किस्मतिया को गलत फसाया गया और प्रदेश काग्रेस के नेता तथा कार्यकर्ता इस मुद्दे को उठाये।
राहुल गांधी के ट्वीट के बाद जहाँ वन भूमि पर कथित रुप से कब्जा करने और सह देने वाले गदगद है।वही पुलिस कारवाई को लेकर भी कांग्रेस उंगली उठाने की कोशिश में लग गयी है।
बताते चले कि 2 मई 2018 को लीलासी में पौध रोपण वाले वन भूमि पर कब्जा के लिए महिलाओ का एक समूह एक संगठन का परिचय पत्र गले मे लटका कर कब्जा का प्रयास किया जिसे वन विभाग ने रोक दिया ,17 मई को पुनः कब्जे की कोशिश हुई तो पुलिस ने आधा दर्जन लोगों को शांति भंग में चालान किया।
एक सप्ताह बाद लगभग 40 महिलाओ ने वन दरोगा को धमका कर कब्जे की कोशिश की। फिर भी मामला शांत नही हुआ।
22 मई को यह मामला उस समय गंभीर रूप ले लिया था जब कब्जा करने वालो से थानाध्यक्ष सत्य प्रकाश चर्चा कर रहे थे उसी दौरान कुछ लोगो ने पुलिस पर लाठी डंडे और कुल्हाड़ी से हमला बोल दिया था और थानाध्यक्ष सहित कई को चोट आई थी ,इस मामले में उपरोक्त दोनों महिलाओं को भी जेल भेज गया था।साथ ही मुरता के प्रधान और अन्य कई लोग जेल भेजे गए।जिन्हें, हाई कोर्ट से जमानत भी मिल नही पायी है।
शांति ब्यवस्था बनाये रखने के लिए वहाँ अभी भी पुलिस वन विभाग और पी ए सी का कैम्प लगा हुआ है।एस आईरूपेश सिंह ने इस बाबत कहा कि हम कोई टिप्पणी नही कर सकते। जो हमारी जिम्मेदारी है वह हम कर रहे है।