डिजिटल टीम (UTNN)।।अहमदाबाद में नर्मदा नदी के किनारे‘लौह पुरुष’ सरदार वल्लभ भाई पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31अक्टूबर 2018 को करने वाले हैं।
इस प्रतिमा पर राजनीति होती रही है। पहले इस पर 'मेड इन चाइना' का ठप्पा लगा, तो अब मोदी सरकार पर हमला करते हुए एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इस तस्वीर में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के पास एक गरीब महिला अपने बच्चों साथ खाना खाती नजर आ रही है।
कुणाल सहगल (Twitter) पर लिखा के इस तस्वीर को देखने के बाद बोलती बंद
— Kunal Sehgal 🇮🇳 (@iambeingkunal) October 29, 2018पंकज नाम के ट्विटर हेंडल ने लिखा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के पीछे आदिवासियों की वास्तविकता’।
Reality Of Tribals Behind Statue of Unity... pic.twitter.com/ozhcW2u4jo— Pankaj Machhar (@machhar_pankaj) October 29, 2018
सच्चाई क्या है ?
दरअसल यह फेक तस्वीर दो फ़ोटो को मिलाकर बनाया गया है,ऐसा फोटोशॉप सॉफ्टवेर से किया गया है।सड़क पर अपने बच्चों के साथ खाना खाती महिला की तस्वीर को स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की तस्वीर में फोटोशॉप कर मर्ज कर दिया गया है।
2010 में न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के अमित दवे ने वायरल तस्वीर में इस्तेमाल किया गया महिला और बच्चों की तस्वीर को अहमदाबाद में क्लिक किया था।