उर्जांचल टाइगर टीम
दिवाली पांच पर्वों की माला है- धनतेरस, नरक चतुर्दशी, दिवाली, गोवर्धन और भैया दूज। धनतेरस के साथ यह पर्व प्रारम्भ होते हैं और भैया दूज तक रहते हैं। समुद्र मंथन के समय देवी भगवती अमृत कलश लेकर निकली। दीवाली इनका महापर्व है। इस दिन गणपति का भी पूजन इसलिए होता है ताकि ताकि विवेक से लोग धन का इस्तेमाल करें।
पूजा का समय
घरों पर दिवाली के पूजन का मुहूर्तबुधवार को सायं 5.27 बजे से 8.06 बजे है।
यह अवधि 1 घंटा 59 मिनट यानी लगभग दो घंटे रहेगी।