एंटीगुआ सरकार ने कहा है कि वो मेहुल चोकसी को भारत नहीं भेज रहे हैं। वहां के अधिकारियों का कहना है कि चोकसी अब उनके देश का नागरिक है और उससे नागरिकता नहीं छीनी जा सकती।
ज्ञात हो की मेहुल चोकसी पंजाब नेशनल बैंक को हजारों करोड़ रुपये का चूना लगाकर देश छोड़कर भागने के बाद हाल ही में भारत की नागरिकता छोड़ दिया था।
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक लियोनेल हर्स्ट ने कहा,"हमारी समझ में चोकसी ने अपनी भारतीय नागरिकता सरेंडर कर दी है, इसकी वजह से वह अब भारत के नागरिक नहीं हो सकते हैं, इसलिए एंटीगुआ और बारबूडा की सरकार उन्हें नागरिकता से वंचित नहीं कर सकती है क्योंकि इससे वह स्टेटलेस पर्सन बन जाएंगे और हमें ऐसा नहीं करने दिया जाएगा।"उन्होंने कहा है कि हम उन्हें स्टेटलेस नहीं कर सकते हैं। यानी चोकसी के पास किसी न किसी देश की नागरिकता तो जरूरी है।
कुछ ही दिनों पहले खबर आई थी कि भारत सरकार की तरफ से मेहुल चोकसी के बारे में एंटीगुआ सरकार से बात की जा रही है। खबरें यह भी सामने आई थीं कि जल्द एंटीगुआ सरकार चोकसी को भारतीय एजेंसियों को सौंप सकती है।
लियोनेल हर्स्ट ने कानूनी प्रक्रियाओं की जानकारी देते हुए कहा,"मिस्टर चोकसी ने कहा है कि भारत तक की लंबी यात्रा में उसे बेहद तकलीफ हो सकती है इसलिए वह किसी भी हालत में भारत तक यात्रा नहीं करना चाहता है, ऐसे हालात में ये मामला ऐसा हो गया है जहां अदालत को अहम रोल निभाना है, इसमें राजनीतिक नेतृत्व का रोल कम हो गया है, हमनें अदालत के सामने याचिका दी है लेकिन हमें किसी भी सूरत में अदालत से ऐसा निर्देश नहीं मिला है कि चोकसी को डिपोर्ट या प्रत्यर्पित किया जाए।"
भारत द्वारा बड़े फ्लाइट भेजे जाने की खबर पर उन्होंने कहा कि हो सकता है कुछ लोग क्रिकेट के मैच देखने के लिए चार्टर्ड फ्लाइट से आए हों, लेकिन हम किसी ऐसे भारतीय अधिकारी को नहीं जानते हैं जो चोकसी को अरेस्ट करने या उसे वापस लेने आया हो। बता दें कि पिछले साल जुलाई में पता चला था कि मेहुल चोकसी एंटीगुआ में रह रहा है।