सहायता को कौन कहे सिगरौली के सांसद रीति पाठक और राम लल्लु पीडित पप्पू ठक्कर के यहां संवेदना देने भी नही पहुंचे | ग्यातव्य हो कि शंकर जयंत निवासी पप्पु ठक्कर की नौ वर्षीय मानवी रसगंडा़ झरना में रविवार बीस जनवरी को गिर कर बह गयी। पीडित परिवार अपने मित्तों के साथ पिकनिक मनाने गया था। उसी दिन से आजतक वार्ड पंद्रह के सैकडो़ लोग प्रतिदिन रसगंडा़ पहुच मानवी की खोज में लगे हैं और अपने संसाधनों के बल पर रेश्क्यू कर रहे हैं । मानवी के न मिल पाने के गम में दो दिन तक बाजार बंद रहे ।
डॉ कुणाल सिंह
राम लल्लु को तो अब पांच साल बाद मतदाताओं के बीच जाना है तो वो सहानुभूति क्यों व्यक्त करने आयेंगे, रही रीति पाठक की बात तो वो कार्यकर्ताओं के उपर केवल फूल बरसाने का नाटक ही कर सकती हैं क्योंकि उन्हे बहुत जल्दी ही वोट मांगने घरघर आना है। सांसद रीति पाठक जी ,आपकी संवेदन हीनता के लिये शंकरमार्केट धन्यवाद करता है।