के सी शर्मा
अनपरा(सोनभद्र)।। जनपद सोनभद्र के अनपरा थाना क्षेत्र के ककरी गांव से स्थानीय पुलिस ने चोरी का कोयला लोड कर रहे ट्रक को पकड़ मुकदमा पंजीकृत करते हुए ट्रक को सीज कर विवेचना में जुट गई है।पुलिस की इस कार्यवाही से कोयला माफियाओं और कोयला चोरों में हड़कंप मच गया है।
ज्ञात हो कि विती रात कुछ स्थानीय पत्रकारों को सेल फोन पर किसी ने चोरी का कोयला लोड किये जाने की सूचना दी।इस सूचना की पुष्टि होने पर पत्रकारों ने इसकी सूचना तत्काल अनपरा थाने के प्रभारी निरीक्षक को दी और मौके पर पुलिस भेजने का आग्रह किया।साथ ही इसकी सूचना 100 डायल और पुलिस के उच्चाधिकारियों को भी दी।
सूचना के बाद 100 हंड्रेड डायल मौके पर पहुच गयी ।पुलिस की गाड़ी देख कोयला लोडिंग में लगे मजदूर और ट्रक ड्राइवर रात के अंधेरे का फायदा उठाते हुए रफूचक्कर हो गए।घंटो देर से मौके पर पहुची थाने पुलिस आधा अधूरा लदे ट्रक को अपने कब्जे में लेते हुए स्थानीय थाने में लगयीं, लेकिन यार्ड में रखे कोयले को वही छोड़ दी, जिसे रात के अंधेरे में ही कोल माफिया ने हटवा दिया।
कोल माफियाओं में शुरू हुआ वर्चस्व का जंग,खूनी संघर्ष की आशंका-!
आपको बतादे की जनपद सोनभद्र के "सोनांचल" के "उर्जान्चल" में "सीकेडी" के काले कारोबार का खेल तो दशको से खुलेआम चला आरहा है।कहते है कि इन थानों पर तैनाती के लिए नीलामी में ऊंची बोली के दौर से गुजरने के बाद ही कोई प्रभारी बनते है।इसके तार जिले से लेकर प्रदेश की राजधानी तक फैले हुए है।पूर्वर्ती सरकारों में तो सीधे प्रदेश की राजधानी से ही यह प्रक्रिया सम्पादित होती थी ।
ताजे घटनाक्रम ने रात के अंधेरे में हो रहे "काले कारोबार" से हटाया रहस्य का पर्दा-!
बीती रात पकड़ा गया चोरी का कोयला दो कोल माफियाओं में आपसी वर्चस्व का ही नतीजा है।पकड़ी गई गाड़ी और पकड़वाने वाले दोनो कोल माफिया कभी आपस मे साझीदार हुआ करते थे।उर्जान्चल में जरायम की दुनिया मे काली रात के अंधेरे में काले कारोबार के ये दोनों बादशाह हुआ करते थे।लेकिन इस समय कहते है कि एक दूसरे के खून के प्यासे हो गए है।इनका अब रास्ता अलग अलग हो गया है।लेकिन दोनों अपने पुराने जरायम के कारोबार को ही अलग अलग बढ़ाने में लगे हुए है।इसीलिए वर्चस्व और बादशाहत की जंग छिड़ी चुकी है।
जहां से कल कोयला पकड़ा गया है।वही से ठीक 200 मीटर की दूरी पर हाईवे के पश्चिमी हिस्से में दूसरे कोल माफिया का अड्डा है।सड़क के इस पार और उस पार इतने कम दूरी पर यदि दो अड्डे खुलेंगे तो विबाद तो होना ही है, जो कल विती रात हुआ।
अनपरा थाना क्षेत्र में खुलेआम जारी है काले सोने का काला कारोबार-!
सूत्रों की माने तो अनपरा थाना क्षेत्र में खुलेआम रात के अंधेरे में बड़े पैमाने पर यह कला कारोबार कई अड्डो से लम्बे समय से सन्चालित हो रहा है।इनमें प्रमुख तौर पर ककरी,रेहटा,कौआनाला, उ प्र, म प्र, की सीमा पर स्थित दुल्ला पाथर, करेला रोड, आदि वर्षो से इन कोल माफियाओं के मुहफिज अड्डे बने हुए है।
चर्चा है कि इन कोल माफियाओं को पुलिसिया संरक्ष्ण प्राप्त है, तभी तो ये वेखोफ अपने काम को अंजाम देने में लगे हुए है और दिन दूना रात चौगुना माला माल होते जारहे है और उन्हें भी मालामाल किये हुए है जो इनके संरक्ष्णकर्ता है।
कहते है कि इस काले कारोबार को सफेद पोशों का भी भरपूर संरक्ष्ण प्राप्त है, जिनमे नेता ,पत्रकार,सम्बन्धित विभागों के अधिकारी आदि सभी परोक्ष रूप में इस जरायम के कारोबार और होरहे इस राष्ट्र विरोधी गतिविधि के भागीदार बने हुए है।
उर्जांचल टाईगर: उर्जान्चल में बढ़ते सिकेडी का आपराधिक ग्राफ़ पर अंकुश लगाने में नाकाम जिला प्रशासन ?
सोनभद्र(उत्तर प्रदेश)।। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद जनता में यह उम्मीद जगा था के भ्रष्टाचार और अपराध पर अंकुश लगेगा और कानून का राज कायम होगा। लेकिन उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले का शक्तिनगर क्षेत्र में वर्षो से संचालित कबाड़ियों का मकड़ जाल अपना काम बदस्तूर बेखौफ
कोयला चोरी में पकड़ा गया ट्रक थाने के एक चर्चित सिपाही के नजदीकी का-!
बीती रात पकड़ा गया कोयला चोरी का कोयला लोड करते समय का ट्रक जो थाने में इस समय खड़ा है ,वह थाने के ही एक चर्चित सिपाही के नजदीकी का होना बताया जा रहा है।जिससे सहज ही अंदाज लगया जा सकता कि इस काले कारोबार में पुलिस की किस कदर संलिप्तता है।यह जांच का विषय है।
यदि यह सच होता है कि जो ट्रक कोयला चोरी में पकड़ा गया है, वह यदि सिपाही से सम्बंधित है तो यह अत्यंत गम्भीर विषय है, जो योगी सरकार के उस लच्छय पर पानी फेर रहा है जो उन्होंने घोषणा की थी कि पुलिस और अपराधियों का गठजोड़ नही चलने देंगे।लेकिन इस थाने का यह सिपाही तो इसे अंगूठा दिखाता सूबे के मुख्यमंत्री को ही मुह चिढ़ा रहा है?
देर रात तक पत्रकरो को धमकाने और मैनेज करने का चलता रहा खेल-!
कोल माफिया के गुर्गे देर रात तक पत्रकरो को मैनेज करने और उन्हें परोक्ष रूप से धमकाने में लगे रहे,बात नही बनी तो वे अंजाम भुगतने की धमकी भी दिए।एक पत्रकार को तो एक कोल माफिया कुछ दिन पहले अपमान जनक गालियां भी दिया था।इस कोल माफिया का साम्राज्य शक्तिनगर थाने से अनपरा थाने तक फैला हुआ है।
कहते है कि इसके पास बिहार,झारखंड के कई जरायम की दुनिया से जुड़े कुख्यात अपराधी हमेशा पनाह लिए रहते है।इसी लिए इसका खोफ इलाके में वर्षो से बना हुआ है।
इसके पहले भी सीमावर्ती इलाके में पकड़ी गई है कई गाड़िया कोयला चोरी की-!
इसके पहले भी सिंगरौली पुलिस ने उ प्र ,म प्र की खनहना बैरीरयर के समीप से कोयला चोरी की लदी गाड़ियों को पकड़ कर गत महीने कई बार चलान कर चुकी है। जो अनपरा थाने के दुल्लापाथर वाले अड्डे पर ही लेकर आरही थी।पुलिस के पूछताछ में पकड़े गए चालक से इसका खुलासा हो चुका है।जिस नाम का चालक ने खुलासा किया था ,वह नाम उर्जान्चल के चर्चित कोल माफिया का है, परन्तु हायरे "योगी" की पुलिस "आँख मूँदे", "कान में तेल डालें", "हाथ पर हाथ रखे" बैठी हुई माफियाओं पर अपना बर्दहस्त बनाये हुए है।समय समय पर अनपरा रेंजर ने भी चोरी के कोयले की गाड़ियों को पकड़ चालान कर यह साबित कर दिया है कि किस कदर कोयले का "काला कारोबार" "सोनांचल" के "उर्जान्चल" में चल रहा है।जो स्थानीय पुलिस के आँखों से ओझल है।
हाय रे योगी सरकार की पुलिस"?चोरी के कोयले को लावारिस बता दिया !
बीती रात कोयला चोरी में पकड़ी गई गाड़ी और कोयले को सूत्रों से पता चला है कि स्थानीय पुलिस ने लावारिस दिखा, कार्यवाही का इतिश्री कर दी है,?जबकि गाड़ी कोल माफिया के कोयला डंप कर लोड करने वाले अड्डे से पकड़ी गई थी।जिसका लोड करते समय का वीडियो और फ़ोटो सब मौजूद है।यह है पुलिसिया संरक्ष्ण का एक नमूना जो पाठकों के लिए समझने के लिए सहज ही पर्याप्त है।वही कोल यार्ड में पड़ा कई ट्रक कोयला रात के अंधेरे में गायब हो गया किसी को कोई पता नही?
इस तरह निर्वाधगति से "सोनांचल" के ''उर्जान्चल" में चल रहा है "काले सोने" का "काली रात" में "काला कारोबार"- !