अंकुर पटेल (विशेष संवाददाता)
उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की अध्यक्ष दरवेश यादव की गोली मार हत्या कर दी गई है। आरोप है कि दरवेश के एक सहयोगी वकील ने ही तब गोली मारी जब वो आगरा ज़िले के कोर्ट परिसर में एक कार्यक्रम में शामिल होने गई थीं।
- दो दिन पहले ही दरवेश को यूपी बार काउंसिल का अध्यक्ष चुना गया था।
- पुलिस का कहना है कि गोली मारने के बाद हमलावर वकील मनीष शर्मा ने ख़ुद की भी जान लेने की कोशिश की।
आगरा जोन के एडीजी अजय आनंद का कहना है, ''मुझे सूचना मिली है कि कोर्ट परिसर में दरवेश यादव के स्वागत में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था और इसी कार्यक्रम के दौरान इनके सहयोगी और प्रतिनिधि के रूप में काम कर चुके वकील मनीष शर्मा ने गोली मार दी। दरवेश को गोली मारने के बाद मनीष ने ख़ुद को भी गोली मार ली।
दरवेश को तत्काल पुष्पांजलि हॉस्पिटल पहुंचाया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं सका।मनीष शर्मा की भी हालत गंभीर है।
क्या है प्रकरण
दरवेश बार काउंसिल की प्रमुख बनने के बाद पहली बार सिविल कोर्ट आई थीं। पुलिस का कहना है कि मनीष ने खुली फायरिंग शुरू कर दी और जब तक लोग रोकते तब तक उन्होंने ख़ुद को भी गोली मार ली।
स्थानीय एक पत्रकार के अनुसार बुधवार दोपहर बाद क़रीब तीन बजे यूपी बार काउंसिल की अध्यक्ष दरवेश यादव और अधिवक्ता मनीष शर्मा के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। आगरा के एडीजी अजय आनंद ने बताया कि विवाद इतना बढ़ा कि अधिवक्ता मनीष शर्मा ने दरवेश यादव को तीन गोली मारी । गोली चलने से कोर्ट परिसर में अफ़रातफ़री फैल गई।
यूपी बार काउंसिल के इतिहास में दरवेश पहली महिला अध्यक्ष बनी थीं। यूपी बार काउंसिल का चुनाव रविवार को प्रयागराज में हुआ था। दरवेश सिंह यादव और हरिशंकर सिंह को बराबर 12-12 वोट मिले थे।दरवेश सिंह यादव के नाम एक रिकॉर्ड यह भी है कि बार काउंसिल के 24 सदस्यों में वे अकेली महिला थीं। चुनाव मैदान में कुल 298 प्रत्याशी थे।
दरवेश सिंह मूल रूप से एटा की रहने वाली थीं । 2016 में वे बार काउंसिल की उपाध्यक्ष और 2017 में कार्यकारी अध्यक्ष रह चुकी थीं। उन्होंने आगरा कॉलेज से लॉ में स्नातक की डिग्री हासिल की थी। डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय (आगरा विश्वविद्यालय) से एलएलएम किया था। उन्होंने 2004 से अपनी वकालत शुरू की।