अंकुर पटेल (विशेष संवाददाता)
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर क्लाइमेट एजेंडा और ऋषिकल्प सोसायटी द्वारा संयुक्त रूप से एक आयोजन दूधविनायक स्थित अक्षर पाठशाला में किया गया.
युवाओं के बीच पर्यावरण संरक्षण की समझ और जिम्मेदारी पैदा करने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया.कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों के द्वारा चित्रकारी,पर्यावरण गोष्ठी, जागरूकता रैली और नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया.
इस अवसर पर प्रतिभागियों ने 20 फिट लम्बे कैनवास पर प्रकृति मां के संरक्षण से सम्बंधित सामुहिक चित्रकारी की l पेंट और ब्रश के माध्यम से सभी युवाओं और बच्चों ने दिन प्रतिदिन खराब होते पर्यावरण और धरती माता को होते नुकसान को प्रदर्शित किया.
प्लास्टिक के ज्यादा उपयोग, पेड़ काटे जाने, कचरा के सही निस्तारण ना होने और जीवाश्म इंधन पर निर्भरता के कारण होने वाले पर्यावरणीय नुकसान को उत्साहित प्रतिभागियों ने पेंटिंग के माध्यम से कैनवास पर प्रदर्शित किया.इसके साथ ही समाधान के रूप में कपडे के थैले, हरियाली, उचित कचरा प्रबंधन,सौर ऊर्जा का अधिकतम उपयोग को भी कैनवास पर उकेरा गया.
पेंटिंग के बाद उपस्थित सभी प्रतिभागियों ने दूध विनायक से भैरवनाथ चौराहे तक एक पर्यावरण जागरूकता रैली निकाली. रैली में शामिल सभी लोगों ने पर्यावरण संरक्षण का सन्देश देने वाले पोस्टर लेकर राहगीरों को जागरूक करने का प्रयास किया.
भैरवनाथ चौराहे पर रैली का रूपांतरण एक पर्यावरण गोष्ठी के रूप में हुआ जिसमे सम्मानित वक्ताओं ने अपने विचार रखे.
प्रतिभागियों की ओर से एक नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन किया गया,जिसमे पर्यावरण को स्वच्छ एवं सुरक्षित बनाने का सांकल लिया गया.
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से विशाल त्रिवेदी, एकता शेखर, सानिया अनवर, गोविन्द, ललित विश्वकर्मा, आशुतोष, ओमप्रकाश, ब्रिजेश, शिखर सेठ, सिमरन सिंह, संदीप सैनी, श्रेया सोनी, शिव कुमार वर्मा, अमन चन्देल, रमा सिंह, मृदुल सिंह, हरि गौतम, सीता घिमरे, लतिका अग्रवाल, शंकर कुशवाहा, पुनीत पाठक, अंजली यादव, कुसुमलता सिंह, निशांत आदि समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे.