उर्जांचल टाइगर न्यूज डेस्क
झारखंड सरकार के मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा को उस समय भारी विरोध का सामना करना पड़ा,जब अपराधियों की गोली के शिकार बने भाजपा नेता मागो मुंडू के परिजनों से मिलने वो सदर अस्पताल पहुंचे। ज्ञात हो कि खूंटी में मागो मुंडू,उनकी पत्नी और बेटे की हत्या सोमवार की रात हथियारबंद अपराधियों ने कर दी थी।
तुमलोगों के कारण ही मेरे पिताजी,मां और भाई की मौत हो गई है।
मृतकों का हाल जानने मंत्री नीलकंठ जैसे ही मंगलवार को रोते-बिलखते मृतक मागो मुुंडू के परिजनों के समक्ष पहुंचे पर्मिला बेकाबू हो गई। उसने मंत्री पर दोनों हाथों से थप्पड़ चला दिया जो मंत्री के पेट पर लगा। आवेश में बोली, भागो यहां से, तुमलोगों के कारण ही मेरे पिताजी,मां और भाई की मौत हो गई है। पूरा परिवार समाप्त हो गया। परिजनों ने मिलकर पर्मिला का मुंह बंद कर दिया ताकि वह और कुछ ज्यादा न बोल सके। उसे पकड़ लिया गया। बावजूद इसके पर्मिला झल्लाते हुए मंत्री के ऊपर अंगुली दिखाते हुए काफी भला-बुरा कहती रही। बाद में मंत्री अपने काफिले के साथ महिला वार्ड से बाहर निकले और डॉक्टर के चेंबर में बैठ गए। यहां मंत्री ने हेठगोवा गांव के युवकों को बुलाकर घटनाक्रम की जानकारी ली।
डॉक्टर के चेंबर से बाहर निकलकर मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने घटना पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि जिस तरह की घटना घटी है उससे वह बहुत आहत हैं। मागो मुंडा उनके परिवार के सदस्य थे। वे ही उन्हें राजनीति में लाए थे। वहीं, घटना के पीछे किसका हाथ है के सवाल पर मंत्री कन्नी काटते रहे और कुछ भी बोलने से इन्कार किया।
मरहू थाना क्षेत्र के हेठगोवा गांव में तिहरे हत्याकांड से खूंटीवासी दहशत में हैं। भाजपा नेता मागो मुंडू उनके बेटे लिपराय मुंडू और पत्नी लखमनी मुंडू के हत्यारों का अब तक पुलिस सुराग नहीं ढूंढ पाई है। सोमवार की रात पांच वर्दीधारी अपराधियों ने जमकर कहर बरपाया था। मागो के घर के आंगन से लेकर अंदर तक जो जहां मिला उसे मारकर गिराते रहे। वारदात के बाद से ही पुलिस गांव में कैंप कर रही है और मामले को सुलझाने की कोशिश में जुटी है। प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार अपराधियों ने सबसे पहले दरवाजे के समीप आंगन की पिंडली में बैठी लखमनी मुंडू को गोली मारी। इसके बाद तीन अपराधी घर में घुसे।
Source :O.R.Stories
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