सोनभद्र नरसंहार कांड में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 15 अफसरों को पदों से हटा दिया है। इसमें सोनभद्र की जिला मजिस्ट्रेट अंकित अग्रवाल और एसपी सलमान ताज पाटिल का नाम भी शामिल है।
आपको बता दें की 27 जुलाई को सोनभद्र के उम्भा गांव के प्रधान ने जमीन पर कब्जा करने के लिए आदिवासियों पर गोलीबारी करवाई थी। इसमें 10 आदिवासियों की मौत हो गई थी।
सोनभद्र कांड में नप गए ये अफसर
सोनभद्र नरसंहार कांड में योगी के एक्शन में जिन गजेटेड अफसरों के हटाया गया है उनमें जिला मजिस्ट्रेट अंकित अग्रवाल और एसपी सलमान ताज पाटिल, एक एडिशनल एसपी,3 सीओ समेत 8 अफसर हैं। इसके अलावा नॉन गजेटेड अफसरों में 3 इंस्पेक्टर, 1 सब इंस्पेक्टर, 2 सिपाहियों समेत 7 अफसरों पर कार्रवाई हुई है।
मुख्यमंत्री ने मुख्य रूप से सोनभद्र के डीएम व एसपी को पूरी घटना के लिए जिम्मेदार माना है। उन्होंने वहां के डीएम अंकित अग्रवाल को हटाकर वहां पर नए डीएम एस राम लिंगम और वहां तैनात एसपी सलमान ताज पाटिल को भी हटा कर एसपी प्रभाकर चौधरी को तैनात कर दिया है।हटाए गए दोनों डीएम व एसपी के खिलाफ विभागीय कार्यवाही के भी आदेश दिए गए हैं।
एक हजार पन्नों की रिपोर्ट पर हुआ एक्शन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोनभद्र कांड की जांच अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार की अगुवाई में गठित तीन सदस्यीय टीम को सौंपी थी। रेणुका कुमार शनिवार को सोनभद्र कांड की जांच रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपी थी। इसमें डीएम और एसपी के खिलाफ कार्रवाई के साथ ही आदर्श सहकारिता समिति के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की गई थी। मुख्यमंत्री ने रविवार को रेणुका कुमार की रिपोर्ट को मंजूर कर लिया।
UP CM Yogi Adityanath on Sonbhadra incident: Action has also been taken against 8 gazetted and 7 non-gazetted officers. A Special Investigation Team (SIT) will also be formed in the case. https://t.co/KwCpfNiNIc— ANI UP (@ANINewsUP) August 4, 2019
1989 में रॉबर्ट्सगंज के तहसीलदार और एसडीएम पर भी होगा मुकद्दमा
इस कार्रवाई में पुरानी फाइलें भी खंगाली गई और 1989 में रॉबर्ट्सगंज के तहसीलदार और एसडीएम के खिलाफ मुकदमा करने का फैसला लिया गया है। साथ ही मौजूदा एसडीएम,सीओ,सहायक परगना अधिकारी, एसओ, एसआई, सहायक निबंधक को संस्पेंड कर दिया गया।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया 1952 के बाद से अभी तक जिन अफसरों की तैनाती रही है उनमें से जो दोषी हैं उनके खिलाफ केस होगा। जो अफसर जिंदा हैं उनपर भी केस होगा। सोनभद्र कांड में गलत ढंग से जमीन अपने नाम कराने वाले दो पूर्व आईएएस अफसरों की पत्नियों के खिलाफ भी मुकदमा भी मुकदमा होगा।