#SINGRAULI, CSR के मद से मानव की भलाई की जाती है, मुझे दिखाई नहीं दे रहा है।-मंत्री सज्जन सिंह वर्मा
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अब्दुल रशीद |
विन्ध्याचल सुपर थर्मल विद्युत परियोजना विन्ध्यनगर में आयोजित कार्यशाला फ्लाई ऐश का पर्यावरणीय प्रबंधन उपयोग एवं भावी संभावनाएं की कार्यशाला में म.प्र.शासन के मंत्री सज्जन सिंह वर्मा लोक निर्माण एवं पर्यावरण मंत्री तथा मंत्री कमलेश्वर पटेल पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग बतौर आतिथ्य में शिरकत किये।
लोक निर्माण एवं पर्यावरण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने आयोजित फ्लाई ऐश कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि
- यह कार्यशाला सिंगरौली जिले में किया जाना अत्यंत आवश्यक था। जिससे यहां के आमलोगों में उत्पन्न भय को दूर किया जा सके तथा उन्हें इस उत्पन्न भय एवं चिंता से मुक्त कराया जा सके।
- उन्होने कहा कि मुझे आते समय यह अवगत कराया गया तथा दिखाया भी गया कि इस बड़े रिहन्द डैम में औद्योगिक कंपनी एनसीएल, एनटीपीसी का दूषित पानी छोड़ा जाता है। इसे रोकने हेतु चिंतन करने की आवश्यकता है। साथ ही ऐसे समय में कठोर निर्णय लेने की भी आवश्यकता है।
- प्रदूषण से कितने लोग प्रभावित हो रहे हैं इसकी हमें तत्काल चिंतन करना चाहिए एवं आम जन मानस को प्रदूषण से बचाने हेतु तत्काल कठोर निर्णय लेना होगा।
- मैंने सीएसआर के मद से मानव की भलाई की जाती है ऐसा सुना था, किन्तु मुझे यह चीज दिखाई नहीं दे रही है। इस धरती पर ऐसा कार्य करें कि मानव की भलाई हो सके।
- सीधी-सिंगरौली राष्ट्रीय राजमार्ग के अधूरे निर्माण कार्य के संबंध में माननीय मंत्री जी ने कहा कि मैं इस मार्ग को पूर्ण कराने हेतु 14 फरवरी को केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी जी से मिला था। इसके अलावा 1 जुलाई को हम पुनः मध्य प्रदेश के मा.मुख्यमंत्री के साथ भी नितिन गड़करी जी से इसके संबंध में चर्चा किया हूं।
- उन्होंने कहा कि अब लाल रंग की मकान में लगने वाली ईंट के जगह फ्लाई ऐश के बने ईंटे लगाये जायेंगे। साथ ही निर्माण होने वाली रोडों में भी तकनीकी नियमों के तहत इसका प्रयोग किया जायेगा।
- प्लास्टिकों से होने वाले प्रदूषण एवं इसके बचाव हेतु हमारे मा.मुख्यमंत्री जी के द्वारा एक नई नीति लाई जा रही है जिसकी शीघ्र पहल होगी।
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