अब्दुल रशीद
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि नशीले पदार्थों पर प्रभावी रोकथाम और युवाओं को इसके दुष्प्रभावों से बचाना हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती है।
यह बात इंदौर में युवाओं में नशीले पदार्थों के उपयोग की रोकथाम और उन्हें इसके दुष्प्रभावों से जागरूक करने के लिये अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक इंदौर जोन वरूण कपूर एवं डायरेक्टर यूएमएस इंडिया डॉ. विक्रांत सिंह तोमर द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट का विमोचन करते हुए कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार नशीले पदार्थों की रोकथाम के लिये वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशीले पदार्थों के सेवन से मुक्त करने के साथ ही उन्हें इस बात के लिये भी सतर्क करना होगा कि इससे उनका भविष्य खतरे में पड़ सकता है।
लेकिन अफसोस की बात है सिंगरौली जिले में नशे का कारोबार अमरबेल की तरह दिन दुगनी और रात चौगुनी की तर्ज पर फल फूल रहा है।सूत्रों की माने तो सिंगरौली जिले का कोई ऐसा चौराहा नहीं जहां नशे के कारोबारियों का ऐजेंट न हो।
आप जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र से महज़ चंद कदमों की दूरी पर स्थित आवासीय कालोनियों के चौराहे पर दिन ढलते एक बार घूम लीजिए,किशोर युवाओं का जमघट लगा मिल जाएगा। जिन किशोरों को किताबों में कामयाबी तलाशना चाहिए था वे नशे की पुड़िया तलाशने में मसरूफ़ रहेंगें तो अपने भविष्य के साथ-साथ मांता पिता के उम्मीदों को भी उजाड़ देंगे।
मुख्यमंत्री की कही बात से यदि जिले के जिम्मेदारों को अपनी ज़िम्मेदारी एहसास हो जाय तो नशे के कारोबारियों पर नकेल कसना कोई बड़ी बात नहीं।