उर्जांचल टाइगर, कार्यालय
बैढन।।पिछले दो हफ्तों से यातायात पुलिस द्वारा शराबियों पर, जो शराब के नशे या दूसरी तरह नशे की गिरफ्त में होकर गाड़ियां चला रहे हैं या ऐसे ड्राइवर्स, जो तेज रफ्तार वाहन चलाने के शौकीन हैं या ओवरलोडेड यात्री वाहन चलने वाली गाड़ियों पर चालानी कार्यवाही और जुर्माना किया जा रहा है।
बैढन।।पिछले दो हफ्तों से यातायात पुलिस द्वारा शराबियों पर, जो शराब के नशे या दूसरी तरह नशे की गिरफ्त में होकर गाड़ियां चला रहे हैं या ऐसे ड्राइवर्स, जो तेज रफ्तार वाहन चलाने के शौकीन हैं या ओवरलोडेड यात्री वाहन चलने वाली गाड़ियों पर चालानी कार्यवाही और जुर्माना किया जा रहा है।
आज 31 जनवरी(शुक्रवार) को भी यातायात पुलिस कुछ अलग रंग में दिखी और भोर होते ही ट्रैफिक पुलिस प्रभारी अपनी टीम के साथ निगाही-अमलोरी मार्ग पर पहुंचे वहाँ पहुँचकर देखा कि एक हाईवा जिसका नम्बर UP64 AT 4285, एक सवारी ऑवरलोडेड बस और दो लोडिंग पिकअप वाहन जिसमें से एक में 13 व्यक्ति बैठे मिले जबकि दूसरे में क्षमता से लगभग 6 फीट अधिक ऊँचाई तक सामान लोड किया हुआ मिला। सभी वाहनों की जप्ती भरकर न्यायिक पेशी हेतु थाना परिसर में खड़ा कराया गया।
पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन के निर्देशन में ट्रैफिक प्रभारी अजय प्रताप सिंह और उनकी ट्रैफिक टीम पिछले 2 महीने से हर दिन कुछ ना कुछ नवाचार, नए कार्य कर रही है वह कार्य कभी रचनात्मक होते हैं तो कभी दंडात्मक। चाहे जनवरी में रोड सेफ्टी वीक के दौरान विभिन्न प्रकार की गतिविधियां हो या सार्वजनिक स्थानों पर प्रचार प्रसार हो या ड्राईवरो की आँखों की जाँच हो या निबन्ध प्रतियोगिताएं हो या LED वेन हो या रात भर शराबियों पर कार्यवाही की बात हो।
प्रभारी अजय प्रताप सिंह का कहना है कि जब तक आम जनमानस के मन में ट्रैफिक नियमों और सड़क सुरक्षा को लेकर सजगता बोध नहीं आएगा कि यह ट्रेफ़िक नियम आपकी और आपके परिवार की सुरक्षा के लिए है तब तक यह जन जागरूकता और जनचेतना अभियान चलता रहेगा। हर संभव प्रयास किया जाएगा कि जिले के हर व्यक्ति तक ट्रेफ़िक नियमों की जानकारी पहुँचे। फिर यह जानकारी चाहे एलईडी वेन के माध्यम से पहुँचे या ट्रेफ़िक टीम स्वयं शिविर लगाकर लोगों तक नियमों की जानकारी पहुंचाए।
आपको बता दें कि सिंगरौली यातायात पुलिस ने विगत 2 माह मे मोटरयान अधिनियम के तहत नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों पर दंडात्मक कार्यवाही में कुल 1135 प्रकरण बनाए हैं जिसमें तकरीबन ₹8,50,000 शमन शुल्क जमा कराया गया है।