मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार में पहले मंत्री ने किसानों की कर्जमाफी पर सवाल खड़े किए, उसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सड़क पर उतरने की बात कही है। इसके बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस नेताओं की एक बैठक भी हुई,दिखाने की कोशिश सब कुछ ठीक है लेकिन जब CM कमलनाथ से बाहर आते हुए सिंधिया के सड़क पर उतरने का सवाल पूछा गया तो उन्होंने ऐसा जवाब दिया जिसने फिर दोनों नेताओं के बीच कलह के संकेत दे दिए।
मध्य प्रदेश कांग्रेस नेताओं की बैठक के बाद सिंधिया से जब पूछा गया तो उन्होंने इसे एक सकारात्मक बैठक बताया। उन्होंने बताया कि हम सकारात्मक होकर आगे काम करेंगे।
Congress leader Jyotiraditya Scindia: It was a productive meeting and we will take forward the work positively. (file pic) https://t.co/QGJOijkNW4 pic.twitter.com/5GgAFqgccT— ANI (@ANI) February 15, 2020
लेकिन जब कमलनाथ से पूछा गया कि सिंधिया ने कहा था अगर सरकार किसान कर्जमाफी और अन्य वादों को पूरा नहीं करती तो वो सड़क पर उतर जाएंगे. इसके जवाब में कमलनाथ ने कहा- “तो उतर जाएं”
#WATCH Madhya Pradesh Chief Minister Kamal Nath on being asked about Congress leader Jyotiraditya Scindia's statement of taking to streets over not fulfilling the state government's promise of waiving off farmers loan in the state: Toh utar jayein. pic.twitter.com/zg329BJSw0— ANI (@ANI) February 15, 2020
.......... तो सड़क पर उतरेंगे - ज्योतिरादित्य सिंधिया
संत रविदास जयंती के अवसर पर जिले में कुडीला गांव में एक सभा को सम्बोधित करते हुए सिंधिया ने कहा था, ‘मेरे अतिथि शिक्षकों को मैं कहना चाहता हूं। आपकी मांग मैंने चुनाव के पहले भी सुनी थीं। मैंने आपकी आवाज उठाई थी और ये विश्वास मैं आपको दिलाना चाहता हूं कि आपकी मांग जो हमारी सरकार के घोषणापत्र में अंकित है वो घोषणापत्र हमारे लिए हमारा ग्रंथ है।’
उन्होंने अतिथि शिक्षकों को सब्र रखने की सलाह देते हुए कहा था, ‘अगर उस घोषणापत्र का एक-एक अंग पूरा न हुआ तो अपने को सड़क पर अकेले मत समझना, आपके साथ सड़क पर ज्योतिरादित्य सिंधिया भी उतरेगा। सरकार अभी बनी है, एक वर्ष हुआ है। थोड़ा सब्र हमारे शिक्षकों को रखना होगा। बारी हमारी आयेगी, ये विश्वास, मैं आपको दिलाता हूं और अगर बारी न आये तो चिंता मत करो, आपकी ढाल भी मैं बनूंगा और आपका तलवार भी मैं बनूंगा।’
किसान कर्जमाफी के मुद्दे पर सिंधिया पहले भी अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े कर चुके हैं।
आपको बता दें कि ये पहला मौका नहीं है जब मध्य प्रदेश में सीएम कमलनाथ और सिंधिया आमने-सामने आए हों। यहां पहले भी दो धड़ों की खबरें सामने आ चुकी हैं। किसान कर्जमाफी के मुद्दे पर सिंधिया पहले भी अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े कर चुके हैं।
कर्जमाफी को लेकर सिंधिया ने पहले भी सवाल खड़े करते हुए कहा था, “जो किसानों का कर्जा माफ हुआ है वो पूर्ण रूप से नहीं हुआ है। केवल 50 हजार रुपये तक हुआ है। जबकि दो लाख का कहा था। पूर्णत: किसानों का दो लाख तक कर्जा माफ होना चाहिए।”
इसके बाद कमलनाथ ने भी इस पर जवाब दिया था।उन्होंने कहा था,
इसके बाद कमलनाथ ने भी इस पर जवाब दिया था।उन्होंने कहा था,
“वो सही कह रहे हैं। हमने कहा था कि पहले इंस्टालमेंट में 50 हजार रुपये की कर्जमाफी होगी। आगे हम दो लाख रुपये तक का कर्जमाफ करेंगे। मैं मानता हूं कि हमने दो लाख रुपये के कर्ज को माफ करने का वायदा किया था। मुझे लगता है कि जनता अपने नेता पर यकीन करती है।”
मुख्यमंत्री,कमलनाथ, मध्य प्रदेश