दिल्ली विधानसभा चुनाव में करारी पराजय के दो दिन बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आखिरकर चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा है - ‘‘गोली मारो’ और ‘भारत- पाक मैच’ जैसे बयान नहीं दिए जाने चाहिए थे। हमारी पार्टी ने इस तरह के बयानों से खुद को अलग कर लिया है।’’
एक सवाल के जवाब में शाह ने स्वीकार किया कि दिल्ली चुनावों के दौरान पार्टी के कुछ नेताओं के बयानों के कारण भाजपा को नुकसान हुआ होगा।उन्होंने कहा,‘‘यह संभव है कि इस कारण हमारा प्रदर्शन प्रभावित हुआ होगा।’’
अब सवाल लाजिमी है कि क्या बीजेपी ऐसे नेताओं पर कोई कार्यवाई भी करेगी? क्योंकि दिल्ली चुनावों के दौरान भड़काऊ बयान देने वाले भाजपा नेताओं की लिस्ट लंबी है। या बस आगामी चुनाव देख कर बस ब्यान भर है?