आर्थिक तंगी से देश के नागरिक आत्मा हत्या को मजबूर.. मोदी जी मेहमान नवाजी मैं मसरुफ़
यूं तो मंदी से पूरा देश बेहाल है। लोगों को घर का खर्च चलाना मुहाल हो रहा है। देश के किसान, व्यापारी, मध्यम वर्ग, छात्र तमाम लोग तनाव में हैं। इस तनाव की घड़ी में कोई कोई राजनेता या राजनीतिक पार्टिया हिन्दू मुस्लिम के राग को छोड़ने को तैयार नहीं, देश के बारे में सोचने को तैयार नहीं, एनसीआर,सीएए के खिलाफ जगह जगह प्रर्दशन किये जा रहें हैं सरकार मौन है, जनता इन से सांत्वना की उम्मीद क्या करें,सरकार का कोई नुमाइंदा यह समझाने वाला भी नहीं कि जान देना किसी समस्या का हल नहीं। अभी पिछले दिनों पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक दर्दनाक वाकया सामने आया जब गरीबी और कर्ज में डूबे एक युवा व्यापारी ने पहले अपनी पत्नी और दो बच्चों की हत्या की फिर खुद भी फांसी पर झूल गया। इस दिल को दहला देने वाली घटना को सुन कर वाराणसी के लोग दहल उठे। पर सरकार को क्या फिर कोई नुमाइंदा सरकार का मंत्री आकर बयान दे देगा की ऐसे हादसे होते रहते हैं ये आम बात है। और हो भी ये ही रहा है सरकार इन मामलों पर बिल्कुल भी गंभीर नहीं तभी तो देश के राज्य गुजरात में सिर्फ तीन घंटे की मेहमान नवाजी के लिये अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप पर मोदी सरकार द्वारा 100 करोड़ से ज्यादा लगभग प्रति मिनट 55 लाख रुपये किये जा रहें।
शादाब जफर "शादाब"
आप को बता दूं कि डोनाल्ड ट्रंप 24 फरवरी से दो दिन के लिए भारत दौरे पर आ रहे हैं। पहले दिन वह गुजरात के अहमदाबाद शहर आएंगे। यहां वह करीब तीन घंटे बिताएंगे और उनके स्वागत के लिए तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं। एक अनुमान है कि तीन घंटे के ट्रंप के लिए प्रशासन को 100 करोड़ रुपये तक खर्च करने पड़ रहे हैं।
अहमदाबाद नगर निगम और अहमदाबाद शहरी विकास प्राधिकरण मिलकर सड़कों को सुंदर बनाने के लिए करीब सौ करोड़ रुपये खर्च कर रहे हैं। मोटेरा स्टेडियम से लौटने के लिए एयरपोर्ट तक खासतौर से बनाई जा रही 1.5 किलोमीटर लंबी सड़क पर ही करीब 60 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इस रूट और स्थान के सौंदर्यीकरण के लिए 8 करोड़ का बजट आंवटित किया गया।
इस दौरे का एक विचित्र पहलू ये भी है कि अहमदाबाद नगर निगम द्वारा इंदिरा ब्रिज से सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट को जोड़ने वाली रोड के किनारे बसी झुग्गी-झोपड़ियों के आगे बड़ी दीवार बना रहा है। कहा जा रहा है कि यह दीवार इसलिए बनाई जा रही है कि ताकि भारत दौरे पर आ रहे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नजर इन गंदी झोपड़ पट्टी पर ना पड़े।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप 24-25 फरवरी को भारत के दौरे पर होंगे। ट्रंप के दौरे पर कहां कितना खर्च होगा देखें 80 करोड़ ट्रंप के रूट पर पड़ने वाली नई सड़कों का निर्माण 12-15 करोड़ रुपये अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा पर खर्च 7-10 करोड़ रुपये मोटेरा स्टेडियम में आने वाले करीब एक लाख मेहमानों के खाने-पीने पर खर्च 6 करोड़ रुपये शहर को सुंदर बनाने और सड़क के बीच में ताड़ के पेड़ और सुंदर फूल लगाने पर खर्च 4 करोड़ रुपये सांस्कृतिक कार्यक्रम पर खर्च होंगे। ये कहा की मेहमान नवाजी हैं जब देश आर्थिक तंगी से गुज़र रहा हो, युवा पीढ़ी नौकरी के लिए परेशान हो,जगह जगह सीएए, एनसीआर के कारण लोग सड़कों पर उतर रहे हो ऐसे मैं अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप पर सौ करोड़ से ज़्यादा खर्च कर देश पर और बोझ डालना कहना पड़ेगा...घर मैं नहीं है दाने, मोदी जी चले दोस्ती निभाने..