भोपाल। MADHYA PRADESH POLITICS: मध्य प्रदेश के 22 कैबिनेट मंत्रियों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सभी का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया गुट के छह मंत्रियों ने इस्तीफा नहीं दिया है। मंगलवार को इन सभी छह मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया जाएगा। कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार सुबह विधायक दल की बैठक बुलाई है। कमलनाथ कैबिनेट में कुल 28 मंत्री थे। मुख्यमंत्री कमलनाथ नए मंत्रिमंडल का गठन करेंगे।
सोमवार को सीएम कमलनाथ दिल्ली में सोनिया गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिलने गए थे। सूत्रों का कहना है कि करीब 20 मिनट तक चली सोनिया और कमलनाथ की मुलाकात के दौरान राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के संदर्भ में मुख्य रूप से चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने सोनिया को राज्य के हालिया राजनीतिक घटनाक्रम से भी अवगत कराया।
सूत्रों के हवाले से खबर आई कि ज्योतिरादित्य सिंधिया भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेताओं से मिले। ज्योतिरादित्य सिंधिया गुट के छह मंत्रियों सहित 17 विधायक बेंगलुरु एवं दिल्ली में है। विधायकों की लामबंदी कमलनाथ सरकार के लिए खतरा बन सकता है।
सूत्रों के हवाले से खबर आई कि ज्योतिरादित्य सिंधिया भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेताओं से मिले। ज्योतिरादित्य सिंधिया गुट के छह मंत्रियों सहित 17 विधायक बेंगलुरु एवं दिल्ली में है। विधायकों की लामबंदी कमलनाथ सरकार के लिए खतरा बन सकता है।
कांग्रेस और भाजपा के विधायक दल की बैठक होली के दिन
मंगलवार सुबह कांग्रेस विधायक दल की बैठक भी बुलाई गई है। भाजपा ने भी इसी दिन विधायक दल की बैठक बुलाई है। इस बीच, राज्यपाल लालजी टंडन ने भी अपनी छु्ट्टी कैंसल कर दी है, वे मंगलवार को भोपाल पहुंचेंगे। कमलनाथ ने कहा- ये माफिया के सहयोग से सरकार को अस्थिर करने की कोशिश है।
PC Sharma, Congress: All ministers, present at the meeting, have handed over their resignations (to CM Kamal Nath). We have requested him to reconstitute the state cabinet and tackle the situation created by BJP...Sarkar bachi hui hai, poore 5 saal chalegi. #MadhyaPradesh pic.twitter.com/bCvCl6O6xR— ANI (@ANI) March 9, 2020