सोनभद्र कार्यालय
रेणुकूट-: इतना चहकता हुआ था अपना शहर न जाने किसकी नज़र लगी, जिसके चलते असहाय के अलावा पैसे वाले भी खाने के लिए तरसते हुए दिखे। नहीं मिल रही मनमानी सब्जियां न ही फल-फूल, जो मिल भी रहें वो खाली कर दें रहे जेब। जी हां ये जीता जागता उदाहरण रेणुकूट व पिपरी क्षेत्र का है। सुबह शाम गिनी चुनी दुकानें सब्जियों व फल-फूल की लग रही जो मनमानी दामों पर बेच रहे। ग्राहक बेचारा करता करता इसका विरोध करें तो ये भी सब्जियां मिलना हो जायेगा दुश्वार। इन कठिन परिस्थितियों में गरीबों का सहारा बनी स्थानिय संगठन जो बिना पैसे लिए निःशुल्क प्रतिदिन करा रही भोजन। ऐसे ही एक संस्था से आपको हम अवगत कराते हैं जिसका नाम मानवता का थाली हैं यह संस्था रेणुकूट क्षेत्र में 12 अक्टूबर 2018 से चलाया जा रहां। लाकडाऊन के पहले भी प्रतिदिन स्टेशनों व झुग्गियों में प्रतिदिन जाकर दर्जनों लोगों का पेट भरने का कार्य करती रही हैं। इस संस्था के संस्थापक प्रदीप कुमार श्रीवास्तव है, लिहाजा प्रदीप का कहना है कि हमारी संस्था को अभी कुछ ही वर्ष हुआ पर अपने लगातार कर रहे इस पुनित कार्यो के लिए इस संस्था को 4 बार सम्मानित किया जा चुका है इसलिए हमारा प्रयास लाकडाऊन में भी जो दैनिक मजदूरी व तंगी के कारण अपने भोजन की व्यवस्था नहीं कर पा रहें हैं वहां हमारी संस्था पहुंच कर घर-घर भोजन पैकेट व सूखा सामग्री पहुंचाने का कार्य कर रही है। ऐसे ही रेणुकूट में लाकडाऊन के वक्त दूसरी संस्था की बात करें तो वो है श्री सर्वेश्वरी समूह जो बाबा सिध्दार्थ गौतम राम जी महाराज के आदेशानुसार लगातार रेणुकूट के मलिन बस्तियों में जाकर खानें की पैकेट व राशन आवश्यकता अनुसार उपलब्ध करा रहीं हैं। जिससे लोगों में अब इन परिस्थितियों में भी पैसा न होने के बावजूद भी पेट भरने के लिए किसी प्रकार का भय नहीं रहां।