खड़ा हू आज भी रोटी के चार हर्फ लिये
सवाल ये है किताबो ने क्या दिया मुझ को
सोनभद्र से नौशाद अन्सारी।। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेल चुका खिलाड़ी सोनभद्र मे झेल रहा मुफलिसी का मार।आर्थिक स्थिति खराब होने के वजह से फुटपाथ पे बेच रहा चना और भुजा।
जी हा हम बात कर रहे है अंतर्राष्ट्रीय स्तर पे अपनी पहचान बना चुके खिलाड़ी चंदन गुप्ता की।चंदन कुमार गुप्ता सोनभद्र जिले के शक्तिनगर के निवासी है।आर्थिक स्थिति कमजोर होने के वजह से परिवार के भरण पोषण करने के लिये वही पे पीडब्लूडी मोड़ पे फुटपाथ पे चना भुजा बेचकर किसी तरह से अपना और अपने परिवार को गुजारा चलाते है।
उत्तर प्रदेश दृष्टिबाधित क्रिकेट टीम के खिलाड़ी है।इन्होने बंगलुरु मे 2 अक्टूबर 2018 को भारतीय दृष्टिबाधित क्रिकेट टीम के लिये अंतर्राष्ट्रीय स्तर पे इंडिया के तरफ से इंगलैंड के विरुद्ध 3 ट्वेंटी ट्वेंटी मैच खेला है।23 अक्टूबर 2017 से यूपी की टीम से खेल रहे है।
एक अंतरार्ष्ट्रीय क्रिकेट खेल चुका दृष्टिबाधित खिलाड़ी देश के लिये खेलकर देश का नाम रौशन किया।उसके बावजूद चंदन गुप्ता आज दर दर की ठोकर खाने को मजबूर है।अपना और अपने परिवार का ठीक तरीके से जीवन यापन नही चला पा रहे है।कोइ इस खिलाड़ी का सुध लेने वाला नही है।
वही चंदन गुप्ता ने बताया के हम जैसे दृष्टिबाधित अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को जीवन यापन की उचित व्यवस्था के लिये राज्य सरकार या केन्द्र सरकार को आगे आकर मदद करनी चाहिये।उन्होने कहा के मुझे अगर कोइ नौकरी कही मिल जाये या आर्थिक सहयोग मिल जाये जिससे मै अपना व्यवसाय कर परिवार का भरण पोषण कर सकु।